आइये, हम भी अपनी Private Bank बनायें

(सोचिये हम कहाँ जा रहे हैं !)

Mar 09, 2020 11:09 AM - Harish Panchal - Hriday

1016


आइये, हम भी अपनी Private Bank बनायें

जीवनमे अमीर होना है तो अपना बैंक खोलो

पांचसौ, हज़ार, लाख, दस लाख  को छोडो

लालसाओं को ऊंची रखो, करोड़ों की सोचो

नौकरी में क्या रखा है, लोगों को नौकर रखो

खुदको बड़ा दिखानेको औरों को नीचा दिखाओ

फ्रेंड्स बनाओ, अपना सर्कल बढाओ, नेटवर्क बढाओ

छोटे से शुरू करो, चिट फंड खोलो, एजंसी खोलो

उधारकी सच्चाइसे लोगों में खुदकी बुलंदी फैलाओ

गाडी खरीदो, घर खरीदो लेकिन औरों को बर्बाद करके

करोडोंकी कम्पनी बना कर, स्टोक-एक्षेंजमें लिस्टिंग कराओ

आगे बढ़ो, प्रायवेट बैंक खोलो, चाँद तारे दिखाकर कस्टमर बढाओ

ऊंचे दरों पर FD देते जाओ, बैंक की  बेलेंस बढाते जाओ

चार-पांच पीढीओं बैठके खा सके इतना - हज़ारों करोडों दबाते जाओ

बिजनेस के नाम पर गोलमाल करनेवाली कम्पनिओं को लोन देते जाओ

उन्हें दी हुई लोन में से अपने रिश्तेदारोंमें, उनकी कम्पनीओंमें इन्वेस्ट कराते जाओ

ये सब उलटा-सुलटा करते रहो, NPA बढाते रहो जब तक बैंकका asset डूबने लगे

और फिर खामोशी से विदेश चले जाओ या फिर ऐसा दिखाओ कि तुम्हारी बैंक डूब गई

फिर चलेगा एक लम्बे दौरकी पूछताछ, और बिछेगी

पुलिसों, RBI, ED और मिनिस्टरोंके बयानों की जाल

और तुम बैठे होंगे विदेशकी कोई क्लबमे

अथवा पुलिसों या कोर्ट-कचहरी के कमरों में.

लेकिन तुम्हारी आनेवाली पीढीओंके लिए

एक बहुत तगड़ी पूँजी इकठ्ठी हो गई होगी.

तो आइये, हम भी अपनी Private Bank बनायें ....

यह क्या जगह है दोस्तों, यह कौनसा मुकाम है ..

Feb 18, 2024 06:29 PM - Harish Panchal - Hriday

अहम्, कामनाएं, लालच ने मिलकर पुरखों के दिये संस्कारको रोंदा

सब के ऊपर राज करने निकले थे हम, लेकिन खुद को ही गवाँ बैठे

337

Read more

दिलोंकी दीवारोंसे

तन्हाइओंकी दीवारोंसे

प्रकृतिके सागरकी तरफ

Feb 19, 2024 09:02 PM - Harish Panchal - 'Hriday'

तन्हाइओंकी दीवारोंपर

गीले दिलके शिकवे लिखना

अच्छा लगता है

 

फिर उन्ही दीवारोंके सामने बैठकर

हर शिकवेको दोहराते रहना

अच्छा लगता है

 

दोहराते दोहराते, उन्ही दीवारोंके सामने

बैठ कर आँसू बहाते रहना

अच्छा लगता है 

 

607

Read more

२०७७ का नया साल हमारी प्रतीक्षा कर रहा है

Feb 21, 2024 11:54 AM - हरीश पंचाल (ह्रदय )

आइए  कुछ अंधेरों से हम नए सालके उजालों में प्रवेश करें 

553

Read more

हम ने चलना सिखा था, चलते गिरना सिखा था,

Feb 22, 2024 12:04 PM - Harish Panchal ('hriday')

हम ने चलना सिखा था, चलते गिरना सिखा था,

गिरके संभलना सिखा था और गिरके उठे तो

आसमान में उड़ना भी सिखा था

वसुधैव कुटुम्बकम

813

Read more

बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय

Oct 06, 2019 10:41 PM - Harish Panchal

आज गुरु-पूर्णीमाँ का पवित्र दिवस है.

आईएहमारे सबके अंतरात्मा में बैठे हुए

परम गुरु’ को हम प्रणाम करें,

और संत कबीरजीकी पंक्तियाँ उन्हें सुनाएं

742

Read more

Comments

{{commentsModel.name}}
{{commentsModel.name}}   ADMIN   {{commentsModel.updatets | date: 'MMM d, y h:mm a' : '+0530' }}

{{commentsModel.comment}}

No Comments.