दिया जलता रहे साल भर 

Oct 27, 2019 11:42 PM - Harish Panchal

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नमस्कार.

आप सभीको २०७६ के नये वर्ष की शुभेच्छा.

आप जगमगाये, आपके दीप जगमगाये
सारे जहांन की खुशियाँ आपके घरमें भी आये

गंगा और यमुना जैसे निर्मल हो आप सबके मन
अम्बर और धरा जैसे स्वछ हो आपके तन

मा लक्ष्मी ले कर आये आपके घर बहुत सारा धन

आप जहां जाएं आपकी ज्योति चमचमाए
आप जगमगाये आपके दीप जगमगाये

२०७६ के नए वर्षकी ये सभी शुभ कामनाएं

आप सभी के लिए साकार हों ऐसी प्रार्थना.

और संसारमे, सबके घरों में

सबके दिल और दिमाग़ में हमेशा शांति बनी रहे

इस मकसद से हम प्रार्थना करें :

“ॐ सर्वेशां स्वस्तिर्भवतु । सर्वेशां शान्तिर्भवतु 
सर्वेशां पुर्णंभवतु । सर्वेशां मङ्गलंभवतु 
 शान्तिः शान्तिः शान्तिः”

आइए आज थोडा सा दुःख मांग लें

Feb 22, 2024 12:11 PM - Harish Panchal ('hriday')

शायद इस लिए कि आत्माका मूल स्वभाव ही सुख है

‘सत्, चित्त और आनंद’ ये ही आत्माके मूल तत्त्व है

आज भी हमारी प्रार्थनाओं में सुख की मांग ही होती है.

मानव जीवनमे हर जगह, हर समय सुख ही सुख हो यह मुमकीन नहीं.

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जिन्हें नाज़ है हिन्द पर वे कहाँ है...?

Sep 28, 2019 08:31 PM - Harish Panchal

देशमे कई कितने चुनाव आते रहेअलगअलग पक्षों के लोग लड़ते रहेंएक दूसरेसे झगड़ते रहेमारते रहेमरते रहेसरकार बनाते रहेविपक्ष बनाते रहेआम जनताके पैसोंको लूटते रहेढेर सारे – लाखोंकरोड़ों रुपये अपनी तिजोरिमे जमा करते रहे

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२०२० की सुबहमे आइए, हम एक-जूट हो जायें  

Dec 31, 2019 11:14 PM - Harish Panchal - Hriday

२०२० के नये सालकी

चौकट पर हम आ खड़े हैं.

हमारा धेयेय क्या है,

हमें कहाँ जाना है,

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उनको हम ‘ईश्वर’ क्यों न कहें ?

Sep 28, 2019 08:15 PM - Harish Panchal

जैसे हम सब जीवों का भविष्य होता है, ठीक उसी प्रकार हरेक देशका भी भविष्य होता है कौनसे देशमे, कौनसी पार्टियां कितने उलटे-सीधे, गोल-माल, भर्ष्टाचार-अत्याचार करके ऊपर उठी हैं कौनसे देशका पापों का घडा भर चुका है, किसे गिरना है और किस सात्विक देशको ऊपर उठाना है ये सब बातें उस ‘ईश्वर’ को पता है क्यों कि वोही ‘धर्म’-‘अधर्म’ में धर्मके पलड़े को उठाये रखता है

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बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय

Oct 06, 2019 10:41 PM - Harish Panchal

आज गुरु-पूर्णीमाँ का पवित्र दिवस है.

आईएहमारे सबके अंतरात्मा में बैठे हुए

परम गुरु’ को हम प्रणाम करें,

और संत कबीरजीकी पंक्तियाँ उन्हें सुनाएं

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